Monday, 20 October 2025

Mera Dil Abhi Zinda Hai

क्योंकि मेरा दिल… अभी ज़िंदा है,

महसूस कर सकता हूँ मैं —

ये बादल, ये बारिश, ये पहाड़,

ये नदियाँ, ये हवाएँ…

सब मेरे भीतर उतरते हैं।

पानी की तरह है मेरा दिल —

हरा डालो तो हरा,

काला डालो तो काला।

बताो… तुम्हारे पास कौन-सा रंग है,

जो तुम इसमें घोल सको?

क्योंकि मेरा दिल… अभी ज़िंदा है।

मैं तलाशता रहता हूँ उन लोगों को,

जिनका दिल धड़कनों के पार भी कुछ कहता है,

जो इन छोटी-छोटी चीज़ों को महसूस करते हैं।

उन्हें खुश देखकर अच्छा लगता है,

अपनापन सा लगता है,

सुकून सा लगता है।

बता दो क्या तुम भी महसूस कर सकते हो?

क्योंकि मेरा दिल… अभी ज़िंदा है।

क्यों बात करूँ मैं,

क्यों मिलूँ मैं,

जब जहर मुझे पसंद ही नहीं।

तो एक बार फिर पूछता हूँ —

क्या तुम्हारे पास भी कोई दिल है?

क्योंकि मेरा दिल… अभी ज़िंदा है।

— ✍️ Gajanan 🕊️

मेरा एक वजूद है

हाँ है,

मेरी क़लम में जान है।

लिख सकता हूँ मैं —

बिना किसी ख़ौफ़ के।

तुम लोग

सच से बहुत दूर हो,

और मुझे बिना मतलब

जज करना छोड़ दो।

मैं निडर था —

इसीलिए किया सामना इस ब्रह्म का।

ये शरीर मैं नहीं,

इसके अंदर जो हूँ — वही मैं हूँ।

मृत्यु ही आख़िरी सच है,

और अगर उसके बाद भी कोई दुनिया है,

तो मैं उसका ग़ुलाम नहीं —

ना स्वर्ग का, ना नरक का।

मैं घूमता रहूँगा इस अनंत अंतराल में।

भले ही छोटा सही,

मेरा अपना वजूद है।

मेरे लिए हर कोई एक समान है —

सम्मान से।

और मैं भी चाहता हूँ

कि तुम मुझे सम्मान दो।

तुम मुझे तोड़ नहीं सकते,

क्योंकि मेरा एक वजूद है।

कौन सी सज़ा दोगे तुम?

दर्द तो मेरा दोस्त है —

वक़्त के साथ वो भी मुझे छोड़ देगा।

तुम घूमते रहो

इस खेल में इधर-उधर,

पर मुझे नहीं खेलना ये खेल।

मैं कोई कठपुतली नहीं हूँ —

मेरा अपना वजूद है।

मेरा एक वजूद है।